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देहरादून में कूड़ा प्रबंधन के लिए 58 गाड़ियां और मिलीं

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून शहर में वेस्ट मैनेजमेंट के लिए 58 डोर-टू-डोर वाहनों को रवाना किया

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय से ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के अन्तर्गत देहरादून शहर में वेस्ट मैनेजमेंट के लिए 58 डोर-टू-डोर वाहनों का फ्लैग ऑफ कर रवाना किया। उन्होंने सेग्रिगेशन पर आधारित गीत का विमोचन भी किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि इन वाहनों की उपलब्धता से नगर निगम को वेस्ट मैनेजमेंट में काफी सुविधा होगी। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में स्वच्छता की दिशा में लगातार कार्य किए जा रहे हैं। स्वच्छ भारत मिशन में हम सबको अपना पूरा योगदान देना है।
मुख्यमंत्री ने जिन 58 डोर-टू-डोर वाहनों का फ्लैग ऑफ किया, उनसे नगर निगम देहरादून के सात विधानसभा से वेस्ट मैनेजमेंट का कार्य किया जाएगा। डोर-टू-डोर कूड़ा एकत्रीकरण की व्यवस्था को मजबूत करने के लिए 3.98 करोड़ रुपये से स्पेशल असिस्टेंस स्कीम में नगर निगम ने 58 वाहन खरीदे हैं।
इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक विनोद चमोली, उमेश शर्मा काऊ, खजान दास, सविता कपूर, निवर्तमान मेयर सुनील उनियाल गामा सहित अन्य उपस्थित रहे।

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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