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नोकिया 7 की भारत में लांचिंग 31 अक्तूबर से

स्मार्टफोन नोकिया 7 चीन में 24 अक्तूबर से बिक्री के लिए उपलब्ध हो गया है, लेकिन भारत में यह लगभग एक हफ्ते बाद 31 अक्तूबर को पेश होने की संभावना जताई जा रही है। 5.2 इंच के फुल एचडी आईपीएस डिस्प्ले वाले नोकिया 7 को कार्निंग गोरिल्ला ग्लास 3 से सुरक्षित किया गया है।

4 जीबी और 6 जीबी रैम वैरिएंट वाला यह फोन क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 630 प्रोसेसर पर चलेगा। इसकी इंटरनल मैमोरी को 64 जीबी तक बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए माइक्रोएसडी लगानी होगी। बैटरी 3000 एमएएच की है।इसका रियर कैमरा 16 और फ्रंट कैमरा 5 मेगापिक्सल का है। इसके कैमरे का सबसे खास अट्रैक्शन एक ही बार में फ्रंट और रियर कैमरे से फोटो खींचा जाना है। इसमें बोथी कैमरा दिया गया है।

मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि एचएमडी ग्लोबल ने इसकी पेशकश के लिए मीडिया इनवाइट भेजना शुरू कर दिया है। हालांकि इस फोन की लांचिंग को लेकर कोई खास जानकारी नहीं दी गई है। चीन में नोकिया 7 स्मार्टफोन को एचएमडी ग्लोबल ने लांच किया है। इसकी बेस वैरियंट कीमत लगभग 24 हजार 600 रुपये बताई जा रही है, जबकि टॉप वैरिएंट कॉस्ट लगभग दो हजार रुपये ज्यादा 26 हजार 500 रुपये बताई गई है।

 

 

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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