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पेडिक्योर से होती है थकान दूर 

दिन भर के काम के बाद थकान होना स्वाभाविक है। ऐसे में राहत पाने के लिए एक आरामदेह पेडिक्योर काफी अच्छा हो सकता है। आमतौर पर हम सभी पेडिक्योर के लिए पार्लर जाते हैं लेकिन क्या आप जानती हैं अगर आप चाहें तो घर पर भी पेडिक्योर कर सकती हैं? अगर आपको पार्लर जाना पसंद नहीं है तो इन आसान टिप्स की मदद से आप घर पर ही पेडिक्योर कर सकती हैं। सबसे पहले एक बड ले लें। उसे रीमूवर में डिप करके नाखून साफ करें। जब नाखून साफ हो जाएं तो नाखूनों को अपनी पसंद के आकार और लंबाई में सेट कर लें। अपने पैरों में क्रीम या शहद से मसाज करने के बाद हल्के गुनगुने पानी में डुबो दें। इस पानी में थोड़ा सा शैंपू भी डाल दें। अगर आपको नींबू की गंध पसंद है तो आप नींबू के एक-दो छल्ले भी इसमें डाल सकते हैं। करीब 10 मिनट तक पैरों को पानी में डुबोकर रखें। ब्रश से पैरों को क्रब करें। अगर आपकी एड़ी फटी हुई है तो नींबू से रगड़ें। इससे स्किन सुरक्षित भी रहेगी और मैल भी साफ हो जाएगी। इसके बाद एक साफ तौलिए से पैर पोछ लें। क्रीम लगाएं और नेल पॉलिश लगा लें।

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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