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एक ही जोक पर बार-बार नहीं हंस सकते तो…

 किसी गांव में एक चतुर व्यक्ति रहता था। आसपास के कई गांवों के लोग भी उसके पास समस्याएं लेकर आते थे। उस व्यक्ति ने महसूस किया कि लोगों की समस्याएं लगभग एक जैसी हैं, लेकिन स्थान और लोग बदल जाते हैं। बार-बार एक ही तरह की समस्या पर चिंतित होने और मशविरा करने के लिए उसके पास आना ग्रामीणों की आदत बन गया था।

एक दिन उसने ग्रामीणों को एक जोक सुनाया। ग्रामीण ठहाके मारकर हंसने लगे। थोड़ी देर में उसने फिर वही जोक सुना दिया। इस बार लोग पहले से कम हंसे। तीसरी बार भी वही जोक सुना दिया। लोग मुस्करा कर रह गए। चौथी बार कोई न तो मुस्कराया और न ही हंसा। जोक पर लोगों को कोई प्रतिक्रिया नहीं होने पर चतुर व्यक्ति ने कहा, अब आप लोग बताओ, जब आप एक ही जोक पर बार-बार नहीं हंस सकते तो हमेशा एक ही समस्या पर बार-बार रोने का क्या मतलब है।  

यह कहानी इशारा करती है कि घबराने या चिंता करना किसी समस्या का हल नहीं है। यह पूरी तरह समय और ऊर्जा को बर्बाद करने जैसा है।

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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