Creativity

बंटी हुई औरतों के बीच आज़ाद औरतें ???

 

कुछ औरतें छोटे छोटे राज्यों में विभक्त हो गई हैं

जिनमे राज करते हैं कुछ निरंकुश

औरतों के भीतर से बंटे हुए देश

लेखक एवं कवि सोनिया बहुखंडी

एक विश्व होने की कल्पना में प्रलाप करते हैं।

कुछ औरतें नदी हैं, जो स्वतंत्र होकर बहती हैं

स्वतंत्रता असहनीय है, बांट दी जाती हैं नदियां

छितरे राज्यों में विवाद छिड़ जाता है..

नदी के शरीर को लेकर जो जीवन देता हैं

इन निरंकुश शासकों को।

कुछ औरतें मछलियां हैं जो आज़ादी से तैर रही हैं

नदियों में मछुवारे तैनात किए जाते हैं

, जाल फेंका जाता है

और दफना दिया जाता है

उनकी आजादी को खंडित आंगन में!

कुछ औरतें बारिश हैं,

कुछ हवा तो कुछ मिट्टी हवा बहती है ,

बारिश की फुहारें आती है सूखी मिट्टी का कलेजा भिगाती हैं,

आंगन में उगता है एक हरसिंगार का पेड़, फूल झरते हैं।

कुछ औरतें खुशबू बन जाती हैं,

जो हवा में घुल जाती हैं।

बंटे हुए राज्य, नदियां दफनाई गई मछलियां मुस्कराती हैं।

निरंकुशता दफ़न होने को है!

औरतें देश बनने को हैं..

विश्व तैयार होने को है।

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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